A happy couple sharing a moment, smiling and gazing into each other's eyes with love and joy.

रिश्तो में दूरियां

आज के परिवेश में रिश्तों मैं इतनी दूरियां आ गई है कि रिश्ता टूटने की कगार में है। ये भौतिकवादी  युग है गाड़ी बंगला रुपया पैसा पार्टीज इन सबके बीच रिश्ता खो गया है। और जो डोर  रिश्ते को बांधकर रखती है वह है प्यार वह तो मर सा गया है। सिर्फ इस दुनिया में कोई जीवित है तो वह है "स्वार्थ" सब एक दूसरे से अपना "स्वार्थ" सिद्ध करने में लगे हैं नये जमाने का स्वरुप कुछ अलग ही है। जहां केवल विघटन है संयुक्त परिवार भी टूटकर बिखर गया है अब पति पत्नी भी एक ही छत के नीचे दो अजनबियों की तरह रहते हैं। इसके कई कारण है पति पत्नी का अटूट रिश्ता कैसे इतना खोखला हो गया है सवाल तो बहुत है कि रिश्तो में क्यूं इतनी दूरियां आ गई है जरा विचार करके देखिए। 

इस "नये दौर "में ज्यादातर पति पत्नी का झगड़ा, तलाक ,केवल यही सुनने को मिलता है। "विवाह एक पवित्र संस्कार है" यह लोग भूलते जा रहे हैं। और एक दूसरे को नीचा दिखा रहे हैं प्यार भावनाएं सम्मान का तो अब  अर्थ ही  नहीं रह गया है। कई पति पत्नी ऐसे हैं जो समाज के डर से एक साथ मजबूरी में रहते हैं और कई पति पत्नी साथ रहते हैं मगर बच्चों की वजह से। रिश्तो की "परिभाषा "ही मानो बदल गई हो। सारी मर्यादाएं समाप्त हो गई है रिश्तो में इतनी दूरियां क्यों क्या कारण है वैसे तो अनेकों वजह है अनेकों कारण पर सबसे महत्वपूर्ण कारण रिश्ता टूटने का है।

"व्यस्तता "_हम दिन प्रतिदिन इतने व्यस्त होते जा रहे हैं कि हमारे पास परिवार के लिए तो छोड़ो अपने लिए भी वक्त नहीं है। 
महत्वकांक्षाएं _ आधुनिकता की अंधी दौड़ में महत्वाकांक्षाएं इतनी बढ़ गई है कि हम केवल संसाधनों की पीछे भाग रहे हैं और हमारे रिश्ते पीछे छुटते जा रहे हैं।
प्रतियोगिता (competition)_ हमने अपने आप को और अपने बच्चों को एक कॉन्पिटीशन का हिस्सा बना लिया है उसने  नई कार नया घर खरीदा है तो हम भी खरीदेंगे उसके बच्चे इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ते हैं तो हमारे भी बच्चे पढ़ेंगे उसके बच्चे ने टॉप किया है   तो हमारा बच्चा भी first आएगा अरे उसका बेटा फॉरेन में जॉब करता है तो हमारा बेटा भी करेगा। बस पूरी जिंदगी को कॉन्पिटिशन बना दिया है।

अहंकार_ आज के समय पर पति पत्नी छोटी-छोटी बातों पर लड़ने लगते हैं क्योंकि दोनों कमाते दोनों ही सक्षम है तो  अहंकार के कारण हम किसी की बात क्यों सुने हम तो अच्छा खासा पैसा कमाते हैं।
मोबाइल फोन_ रिश्तो में दूरियां लाने के लिए सबसे बड़ा जिम्मेदार या कह लो  एक विलन मोबाइल फोन है। पति पत्नी एक दूसरे के साथ समय बिताने की अपेक्षा मोबाइल फोन के साथ समय बिताते हैं मोबाइल फोन से ही अपना सच्चा रिश्ता   जोड़ लिया है तो दूसरे रिश्तो की क्या आवश्यकता है।


प्यार का अभाव  एक रिश्ते के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्यार है लेकिन पति पत्नी के बीच वो प्यार ही समाप्त हो गया है केवल आकर्षण और धोखा ही रह गया है।

यदि आपका रिश्ता भी टूटने की कगार में है या आप अपने रिश्ते से परेशान है और मजबूरी में उस रिश्ते में बंधे हैं तो इन उपायों  के द्वारा अपने रिश्ते में मधुरता लाएं। 
भावनाएं. पति पत्नी के बीच भावनात्मक संबंध  होना बहुत जरूरी है‌ केवल तन का ही नहीं मन का भी रिश्ता होना चाहिए।

एक दूसरे के साथ समय बिताना  हंसी ठिठौली करना व्यंगपूर्ण बातें हंसी मजाक यह सब कुछ हम भूलते  जा रहे हैं यदि रिश्तो में मधुरता लाना है तो थोड़ी बदमाशियां और व्यस्तताओं के बीच साथ रहना जरुरी है। 

तारीफ करना . यदि आप अपने पार्टनर की छोटी-छोटी बातों में तारीफ करते हैं या यह कह लो की कोई compliment देते हैं तो यह छोटी सी तारीफ भी आपके रिश्ते को बहुत strong बना देगी।

परवाह करना. अपने साथी अपने लाइफ पार्टनर की हमेशा हमें परवाह  करना चाहिए care करना चाहिए support करना चाहिए आपके पार्टनर को   इस बात का एहसास होना बहुत जरूरी है कि दुनिया साथ दे या ना दे मेरा हमसफर मेरा साथ जरूर देगा।

सम्मान करना. जिंदगी की भाग दौड़ और  व्यस्तताओं के बीच अपने पार्टनर को  महत्व देना उसका सम्मान करना सबसे ज्यादा जरूरी है।

और एक अच्छे रिश्ते के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है "प्यार" आप भले ही बूढ़े हो जाए पर अपने "प्यार "को हमेशा जवान रखिए अपने अंदर के युवा प्रेम को कभी वृद्ध  होने मत दीजिए और जीवन साथी का सच्चा अर्थ भरोसा होता है। अपने रिश्ते को "प्यार" के पानी से  सिंचिये और रिश्तो  में आ रही दूरियों को मिटाएं।
और सबसे जरुरी और महत्वपूर्ण बात सच्चा रिश्ता और सच्चा प्यार सौभाग्य से मिलता है यदि आपके पास है तो उसकी कद्र कीजिए।