Our Story
चैन की नींद
एक मजदूर व्यक्ति मिल में काम करता था वह सुबह काम पर जाता और रात में वापस आकर खाना खाकर सो जाता और
एक मजदूर व्यक्ति मिल में काम करता था वह सुबह काम पर जाता और रात में वापस आकर खाना खाकर सो जाता और उसे चैन की नींद भी आ जाती थी। और दूसरी तरफ मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाला सुनील वह भी सुबह ऑफिस जाता और रात को वापस आता परंतु वह चैन से खाना नहीं खाता और ना ही चैन सोता है। क्योंकि उसे लैपटॉप और मोबाइल से फुर्सत नहीं है। और दूसरी तरफ अपने क्रेडिट कार्ड के बिल से परेशान है। इतनी अच्छी पोजीशन में होते हुए भी सुनील खुश नहीं है सुनील ने अपने ऊपर बोझ लेकर खुद अपनी लाइफ को कॉम्प्लिकेटेड बनाया है।
दोस्तों इस कहानी से हमें बहुत बड़ी सीख मिलती है सुनील की तरह हमें अपने ऊपर ज्यादा वर्कलोड और बोझ नहीं लेना चाहिए। अगर आप चैन से सो नहीं सकते तो कोई अर्थ नहीं आपकी पोजीशन का।