A happy couple sharing a moment, smiling and gazing into each other's eyes with love and joy.

Mom Pink Teen Journey

प्रीति 13 साल की एक टीनएजर गर्ल है। अब नए-नए पीरियड के बाद जो प्रीति के साथ हुआ वो तो स्वाभाविक था। लेकिन प्रीति को समझ में कुछ नहीं आ रहा था जब उसे खाने का मन करता था और वह खाने बैठती तो उसे खाना पसंद नहीं आता कभी कोई चीज अच्छी लगती तो कभी कोई चीज बुरी जो चीज पीरियड से पहले पसंद थी अब वह पीरियड के बाद पसंद नहीं है कभी मीठा तो कभी तीखा तो कभी नमकीन वह रोज इन सब परेशानियों से गुजर रही थी उसे अचानक हुए इन बदलावों को समझना कठिन हो रहा था।

प्रीति एक दिन अपनी सहेलियों के साथ स्कूल में हंसी ठिठौली कर रही थी और अचानक किसी सहेली की छोटी सी बात पर वह बहुत ज्यादा गुस्सा हो गई मजाक से भी की हुई बात उसे अच्छी नहीं लगी और वह रोने लगी अब तो प्रीति की डेली लाइफ रूटीन में बात बात पर रोना चिढ़ना और गुस्सा इंक्लूड हो गया था। और प्रीति किसी भी सीधी बात का जवाब उल्टा ही देती थी और अपने मम्मी पापा से भी मिस बिहेव करने लगी थी देखते-देखते प्रीति एक घमंडी लड़की बन चुकी थी उसके अंदर जिद इतना ज्यादा हावी हो गया था कि वह अपनी बात को सही और दूसरों की बात को गलत ठहरने में लगी रहती थी। अब तो उसके अंदर इतने सारे बदलाव होने लगे थे और वह इन बदलावों को एक्सेप्ट नहीं कर पा रही थी और फर्स्ट पीरियड के बाद आए परिवर्तन को समझ नहीं पा रही थी। और कई बातें तो शर्म और संकोच के कारण अपनी मम्मी से भी शेयर नहीं कर पा रही थी। और प्रीति की मां ने उसके फर्स्ट पीरियड में कपड़ा दिया तो वह अपने हर पीरियड में गंदा कपड़ा उपयोग करने लगी जिसके कारण 13 -14 साल में उसे पीसीओडी हो गया।

फिर उसका स्वभाव धीरे-धीरे और बदलने लगा अब वह एकांत पसंद करने लगी । 13-14 साल की उम्र में लड़कियां हंसी मजाक करती बाहर घूमने जाती पर प्रीति को अकेलापन ज्यादा अच्छा लगने लगा और वह हमेशा दूसरों से कटी कटी रहने लगी जिसके कारण डिप्रेशन डर और प्रीति को मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम हो गया। इन सब का कारण केवल एक ही था पीरियड के बाद कई सारे परिवर्तन आते हैं और कई टीनएजर गर्ल इसे एक्सेप्ट नहीं कर पाती। इसलिए जितनी भी टीनएजर गर्ल की मॉम है उन्हें अपनी प्यारी टिन गर्ल का सपोर्ट करना चाहिए उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए उन्हें पीरियड के बाद आए परिवर्तन के बारे में समझाना चाहिए। हर लड़की इस वक्त परेशान रहती है वह चाहती है कि कोई उनका सच्चा मित्र बने और मां से बढ़कर सच्ची दोस्त कोई हो नहीं सकती। अब तो आप समझ गए होंगे कि प्रीति का नेचर ऐसा क्यों हो गया जब उसे अपनेपन साथ और सपोर्ट की जरूरत थी तो वह बिल्कुल अकेली थी। और आपको यह जानकार हैरानी होगी की प्रीति की मां सुमन गर्ग एक प्रतिष्ठित डॉक्टर है लेकिन वह अपनी ही बेटी की तकलीफ को समझ नहीं पाई और अपनी टिन गर्ल बेटी को फर्स्ट पीरियड के बाद आने वाले परिवर्तनो के बारे में कुछ नहीं बताया वक्त नहीं दिया उसे avoid किया और सोचने वाली बात यह है कि डॉक्टर सुमन गर्ग भी पीरियड के वक्त कपड़ा use करती थी इसलिए उसने अपनी बेटी को भी पुराना चादर का टुकड़ा दिया जिससे प्रीती uncomfortable तो रहती पर इंफेक्शन के कारण उसे पीसीओडी हो गया और हार्मोनल डिसबैलेंस मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम भी हो गया।

अब डॉ सुमन गर्ग को अपनी गलती का एहसास हो गया और उसने प्रीति पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया कई प्रयास किए पर प्रीति में कोई इंप्रूवमेंट नहीं हो रहा था। प्रीति की मां डॉक्टर सुमन गर्ग ने अपनी फ्रेंड वर्षा शर्मा से पिंकी प्रिंसी कंसलटिंग के विषय में सुन रखा था की यहां mom pink teen journey course होता है और कई work shop होते हैं जो एक टीनएजर गर्ल और उनकी मॉम के लिए हैप्पीनेस का पिटारा है।। अब तो डॉक्टर सुमन गर्ग अपनी बेटी प्रीति को रेगुलर पिंकी प्रिंसी का वर्कशॉप अटेंड कराती और खुद भी करती जिससे प्रीति पूरी तरह से ठीक हो गई और उसने अपने पीरियड के बाद आए परिवर्तन को एक्सेप्ट भी कर लिया। पिंकी प्रिंसी कंसलटिंग एक मैजिक है जिसने करोड़ लड़कियों की जिंदगी को खूबसूरत बनाया पिंक बनाया । डॉ सुमन गर्ग ने भी mom pink teen journey कोर्स किया जिससे वह जान पाई की अपनी टीनएजर बेटी के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है और कैसे अपनी टिन गर्ल का बेस्ट फ्रेंड बनकर उसे सही मार्गदर्शन दिया जाता है।

मित्रों Teen मायाजाल स्टोरी के माध्यम से मैंने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि पीरियड के बाद आने वाले परिवर्तनों के बारे में हर टिन गर्ल की मॉम को उन्हें बताना चाहिए जिससे वह अपने पीरियड्स और नए changes को एक्सेप्ट कर पाएंगी। और अपनी टीन जर्नी को पिंक बना पाएंगी। और हां बेटी की टीन जर्नी में मां की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इसलिए मॉम जागरूक हो जाइए क्योंकि आपका एक कदम आपकी बेटी के कई गलत कदमों को रोक सकता है क्योंकि ऑपोजिट जेंडर अट्रैक्शन भी इसी age में होता है। अपनी बेटी को किसी गलत रिलेशनशिप में पढ़ने से बचाइये। उसे सही दिशा दिखाइए। और दुनिया का सबसे बड़ा सत्य है की हर लड़की शक्ति है।